*कुछ ख़बर नहीं है...⊙
ज़मानें बदल गऐ है... के हम अब भी वहीं है...
तुम नहीं हो लेकिन...
ये तुम्हारी यादें यहीं है ॥
अऐ तू मेरे दिल बता... आख़िर तूझे हुआ क्या है...
हम वहम-ओ-गुमां में है...
या हम ही गुम कहीं है ॥
दिल में कुछ हुआ है... या कुछ भी नहीं है...
इक जंग सी छिड़ी है...
बस हमें ख़बर नहीं है ॥
किस बात का ग़म है... क्यूं ये आँखें नम है...
ये जानते तो तुम हो...
किसकी अब कमी है ॥
ज़मानें बदल गऐ है... के हम अब भी वहीं है...
तुम नहीं हो लेकिन...
ये तुम्हारी यादें यहीं है ॥*